Sunday, 5 April 2020

सोलर इन्वर्टर क्या है कैसे काम करता है



सोलर इन्वर्टर क्या है कैसे काम करता है



सोलर इन्वर्टर आपके घर की मेन सप्लाई और सोलर पैनल द्वारा चलता है. लेकिन यह इनवर्टर एक साधारण इनवर्टर से थोड़ा सा अलग होता है और उसे थोड़ा सा अलग कार्य करता है. और यह साधारण इनवर्टर से थोड़ा सा महंगा भी होता है. जिसका कारण है इसके अंदर लगा सोलर सिस्टम का सर्किट जोकि सोलर पावर को और आप के घर की मेन सप्लाई को कंट्रोल करता है.
सोलर इन्वर्टर सूर्य की किरणों से बैटरी को चार्ज करता है और आपके घर की सभी उपकरणों को भी चलाता है. अगर सूर्य की किरणें सोलर पैनल पर नहीं आ रही और वह सोलर पावर से चार्ज नहीं हो रहा तो वह आपके घर की मेन सप्लाई से चार्ज होना शुरू हो जाता है. जिसके कारण आपके घर में आने वाली मेन सप्लाई कम से कम इस्तेमाल होती है और आपके बिजली की बिल में भी बचत होती है. हम इस पोस्ट में आपको के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे .

सोलर पैनल जोड़ने की विधि

सोलर इनवर्टर का कनेक्शन करने से पहले आपको सोलर पैनल को जोड़ना होता है. लेकिन सोलर पैनल को जोड़ना आपकी बैटरी के ऊपर निर्भर करेगा कि आपकी बैटरी कितने वोल्ट की है या आपके इनवर्टर पर कितनी बैटरी आपने लगाई है. तो इसके बारे में नीचे आपको इसके कनेक्शन बता दे समय हम बताएंगे कि आप को कैसे और कितने वोल्ट की बैटरी के लिए कौन सा कनेक्शन करना है. तो सोलर पैनल के कनेक्शन हम दो प्रकार से कर सकते हैं ;- Series और Parallel.
सोलर पैनल के Series कनेक्शन
सोलर पैनल को सीरीज में कब जोड़ा जाता है जहां पर हमें ज्यादा वोल्टेज की जरूरत पड़ती है मान लीजिए आप के इनवर्टर पर दो बैटरी है जो कि 12-12 Volt की है और उन्हें उन्हें चार्ज करने के लिए आपको 24 वोल्ट का एक सोलर पैनल लेना होगा या फिर आपको 12-12 Volt के 2 पैनल लेने होंगे . और उन पैनल को आप को सीरीज में जोड़ना होगा जिससे कि उनकी आउटपुट वोल्टेज 24 वोल्टेज हो जाएगी. लेकिन इस स्थिति में दोनों पैनल का करंट सामान रहेगा.







अगर आप 24 वोल्ट के पैनल से 2 बैटरी चार्ज करेंगे तो इसमें काफी समय लगेगा अगर आप चाहते हैं कि आपके इनवर्टर की बैटरी जल्दी चार्ज हो तो इसके लिए आपको दो 24-24 Volt के सोलर पैनल को Parallel में जोड़ना होगा. जिससे की आपके सोलर पैनल का करंट दोगुना हो जाएगा और आप की बैटरी काफी तेजी से चार्ज होने शुरू हो जाएगी.
सोलर पैनल के Parallel कनेक्शन
सोलर पैनल को Parallel में जोड़ने के लिए आपको बैटरी की वोल्टेज को पता करना है अगर आपने इनवर्टर पर एक बैटरी का इस्तेमाल किया है तो वह 12 वोल्ट की होगी और इसके लिए आप एक पैनल का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे कि आपको 12 से 14 वोल्ट तक मिलेगी. लेकिन यह बैटरी को धीरे-धीरे चार्ज करेगा अगर आप चाहते हैं कि आपकी बैटरी जल्दी चार्ज हो तो इसके लिए आपको एक और पैनल लगाना पड़ेगा और इसे आपको Parallel में जोड़ना पड़ेगा.










Parallel  कनेक्शन करने से आपके पैनल से आपको 12 वोल्ट ही मिलेंगे. लेकिन आपको करंट दोगुना मिलेगा . अगर आपका एक पैनल 12 वाल्ट और 5 एंपियर करंट देता है तो इसे एक दूसरे पैनल के साथ में Parallel में जोड़ने पर आपको 12 वोल्ट और 10 एंपियर करंट मिलेगा जिससे कि आपकी बैटरी और ज्यादा जल्दी से चार्ज होने शुरू हो जाएगी. तो जहां पर भी आपको बैटरी को जल्दी चार्ज करना होता है वहां पर आप पैनल के कनेक्शन Parallel में करेंगे. लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना है कि अगर आपका इनवर्टर 2 बैटरी वाला है तो इसके लिए आपको 24 वोल्ट वाले सोलर पैनल की जरूरत पड़ेगी. और अपनी दोनों बैटरियों को जल्दी चार्ज करने के लिए आपको 24-24 वोल्ट के 2 सोलर पैनल को Parallel में जोड़ना पड़ेगा.

सोलर इन्वर्टर कैसे काम करता है

जैसा कि हम जानते हैं सोलर इंवर्टर सोलर पावर और मेन सप्लाई से चार्ज हो सकता है. लेकिन एक साधारण इनवर्टर की बजाय इसमें कुछ खास Feature होते हैं. जो कि इसे एक साधारण इनवर्टर से कहीं ज्यादा बढ़िया इनवर्टर बनाती है. नीचे आपको सोलर इन्वर्टर के कनेक्शन का डायग्राम दिया गया है जिससे आपको पता लग जाएगा कि इसे कैसे जोड़ा जाता है वैसे तो यह एक साधारण इनवर्टर की तरह ही जुड़ेगा. लेकिन काम उससे अलग करेगा .


सोलर इन्वर्टर दो प्रकार से चार्ज होता है. सूर्य की किरणों से और हमारे घर में आने वाली मेन सप्लाई से. तो जब हमारा इनवर्टर सूर्य की किरणों से चार्ज हो रहा होगा तब यह हमारे घर में आने वाली मेन सप्लाई को बंद कर देगा और यह सिर्फ सूर्य से ही चार्ज होता रहेगा. इससे आपके बिजली के बिल में काफी कमी आएगी और आपके पैसे की काफी बचत होगी. इस लिए सोलर इंवर्टर का इस्तेमाल ज्यादा होता जा रहा है. लेकिन मेन सप्लाई को यह तब तक बंद रहेगा जब तक इसे सोलर पैनल से एक पर्याप्त मात्रा में पावर मिलती रहेगी.
बहुत बार ऐसा होता है कि सूरज की किरणें सोलर पैनल तक नहीं पहुंच पाती जैसे कि बारिश के समय, सर्दियों में धुंध आने के कारण, या सोलर पैनल पर मिट्टी जमने के कारण. ऐसी स्थिति में हमें सोलर पैनल से ज्यादा पावर नहीं मिलती और बैटरी मेन सप्लाई से चार्ज होना शुरू हो जाती है. जिससे की आपके इनवर्टर की बैटरी चार्जिंग होती रहेगी और रात के समय अगर बिजली ना हो तो भी आप इनवर्टर से अपने घर के उपकरण को चला सकते हैं.
सोलर पैनल से चार्जिंग कब कब होगी

सोलर पैनल से आपकी बैटरी चार्ज कुछ शर्तों पर होगी जैसे कि. अगर आपने 300 W के सोलर पैनल लगाए हैं और आपके इनवर्टर तक 300W आ रहा है. और आपके इनवर्टर पर 100W लोड है तो सोलर पैनल से सिर्फ 200W की चार्जिंग ही इनवर्टर की बैटरी में जाएगी बाकी 100W की सप्लाई वह सीधे उपकरण तक पहुंचाएगा. क्योंकि उपकरण को चलाने के लिए जो बिजली की जरूरत पड़ेगी वह बिजली भी सोलर पैनल से ही आएगी क्योंकि सोलर पैनल से जब तक आप इनवर्टर तक पर्याप्त मात्रा में पावर आती रहेगी यह मेन सप्लाई को बंद रखेगा.
अगर आपने 300W के सोलर पैनल लगाए हैं और आपके इनवर्टर पर 400W लोड है तो यह 300 W सोलर पैनल चलेगा और बाकी की 100W इनवर्टर की बैटरी से लेगा. इस स्थिति में भी यह मेन सप्लाई को बंद रखेगा. अब आप सोच रहे होंगे कि अगर बैटरी और सोलर पैनल की पावर खपत हो रही है. तो बैटरी चार्ज कब होगी. इसके लिए आपके इनवर्टर में एक खास Feature होता है जो कि अच्छी कंपनी वाले इन्वर्टर में ही आपको देखने को मिलेंगे. अगर आपका इनवर्टर सोलर पैनल से 300W और बैटरी से 100W ले रहा है तो आप इनवर्टर में एक Value सेट कर सकते हैं की जब आपके इनवर्टर की बैटरी 70% हो जाए तो यह मेन सप्लाई से चार्जिंग होना शुरू हो जाए. जिससे की आपके इनवर्टर की बैटरी फिर से चार्जिंग होना शुरू हो जाएगी और जब आपके इन्वर्टर की बैटरी सो प्रतिशत चार्ज हो जाएगी तब यह मेन सप्लाई को फिर से बंद कर देगा.
इन्वर्टर कितने KVA का ले.

इन्वर्टर लेने से पहले आपको अपने घर का टोटल लोड देखना होगा कि आपके घर में कितना लोड आपको चलाना है. मान लीजिए कि आप को 800W आपको चलाना है तो आप को इंवर्टर इससे 25% ज्यादा Watt वाला लेना होगा. जिससे कि आप 800W लोड को इंवर्टर पर अच्छे से चला सके. तो इस प्रकार 800W का 25% 200W होता है .तो इनवर्टर आपको 1000W का लेना पड़ेगा. लेकिन मार्केट में आपको 850va /1100 VA का इनवर्टर मिलेगा. क्योंकि इनवर्टर की Rating VA और KVA में मिलेगी. तो इसके लिए आप 1100 VA का इनवर्टर खरीद सकते हैं.
कितनी बैटरी ले

बैटरी आपको बैकअप के आधार पर लेनी होगी अगर आप इनवर्टर को 800 W के साथ में लगभग 3 घंटे चलाना चाहते हैं तो आपको 12V, 100 Ah की दो बैटरी लेनी होगी. जिससे कि आप अपने घर के 800 W लोड को लगभग 3 घंटे तक इनवर्टर पर चला सकते हैं .लेकिन यह बैटरी बैकअप तब के लिए है जब आपका इनवर्टर चार्ज नहीं हो रहा होगा. तो अगर आपने सोलर पैनल वाला इनवर्टर लिया है तो आपको इस बैटरी बैकअप सिर्फ रात के समय में ही जरूरत पड़ेगी. क्योंकि दिन में आपका इनवर्टर सोलर पैनल से सारा दिन चलता रहेगा चाहे आपके घर में मेन सप्लाई आए या ना आए. लेकिन अगर आपके घर में हर रात को बिजली ज्यादा समय तक जाती है तो आप दो बैटरी का इस्तेमाल कर सकते हैं नहीं तो आपके लिए एक बैटरी भी काफी रहेगी.
Solar Panel कितने लगाये


अगर आप 12v, 100Ah कि एक बैटरी इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसके लिए आपको कम से कम 100w ,12v 5 Amp वाला एक सोलर पैनल लगाना पड़ेगा. अगर आप बैटरी को जल्दी चार्ज करना चाहते हैं तो आपको ऐसे दो पैनल लगाने पड़ेंगे . और यह पैनल आपको Parallel मे लगाने पड़ेंगे जिससे कि इसका करंट 10amp और वोल्टेज 12 Volt हो जाएगी और आपकी बैटरी जल्दी चार्ज होगी. लेकिन मार्केट में आपको 12 वोल्ट की बजाए 14 या 18 Volt के पैनल देखने को मिलेंगे तो आप उनका इस्तेमाल कर सकते हैं.

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