नमस्कार दोस्तो।
आज की इस पोस्ट में हम आपको
टोरोइडल ट्रांसफॉर्मर की मशीन के बारे में जानकारी दे रहे है ।
टोरोइडल
ट्रांसफॉर्मर की मशीन को चलाना बहुत ही आसान है बस कुछ बातों का ध्यान रखना चाइये
इस मशीन
को चलने से पहेले।
वो बाते क्या है
वो आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे है।
टोरोइडल
ट्रांसफॉर्मर की इस मशीन में जो बटन के ऑप्शन है वो काफी अच्छे है । इसमें टर्न्स
देखने के लिए डिजिटल टर्न्स रीडिंग मीटर , लोडिंग और वाइंडिंग टर्न्स रीडिंग बटन
कोर को घूमने के
लिए ऑटो और मैन्युल मोड का बटन ,
कोर को दोनों दिशा
में घूमने के लिए रिवर्स और फॉरवर्ड के बटन, वाइंडिंग की टर्न्स कितनी डालनी है उसको सेट
करने के लिए बटन , लोडिंग कितनी करनी है उसको सेट करने के लिए बटन,पिच को सेट करने के लिए बटन, ऑन और ऑफ बटन , स्टार्ट बटन, डिस्प्ले रिसेट
बटन, एमरजेंसी बटन, की सुविधा भी है इसमें। इस मशीन मे 1 एचपी की डीसी मोटर लगी है । और 6 अम्पाइर
का ड़िमर लगा हुवा है । कोर को घूमने के लिए एक मोटर और भी है जो की .5 वाट की है जिसेसे
कोर को घूमने मे आसानी होती है । अब जानते है कि ये काम कैसे करती है।
1: सबसे पहले मशीन की मैगजीन को खुले मैगजीन खुलने के बाद कोर को मशीन में ठीक
तरीके से लगाये । आप ये देख ले कि कोर ठीक
से लगी हुई है के नही।
वो अपनी जगह पे ठीक से लगी हुई होनी चाइये।
डिस्प्ले रिसेट बटन को दबाये ।डिस्प्ले पे जीरो हो जाये तो स्टार्ट का बटन दबाये।
जितनी टर्न लोडिंग करनी है वो मशीन में सेट करे।
2: कोर लगने के बाद आपको मशीन की मैगजीन में वायर यानी तार को लोड करना है । तार
लोडिंग करते टाइम ये ध्यान रखें कि तार टाइट हो। आप तार लोडिंग करते टाइम
तार को हाथ से
टाइट पकड़ के रखे जिससे तार टाइट लोड हो। इससे ये फायदा है कि मैगजीन में ज्यादा
तार लोड हो सकती है।
3: तार लोडिंग हो जाने के बाद आप वाइंडिंग वाले बटन को वाइंडिंग मोड में सेट करे
। वाइंडिंग मोड सेट होने के बाद आप वाइंडिंग करे सकते है। डिस्प्ले रिसेट बटन को
दबाये ।डिस्प्ले पे जीरो हो जाये तो स्टार्ट का बटन दबाये। इस बार आपको ये ध्यान
रखना है कि आपकी मैगजीन पे जो ब्रेक है वो ठीक से टाइट है कि नही वो आप अपने हिसाब
से टाइट करे जैसे कि अगर आपके तार का साइज मोटा है तो आप इसको थोड़ा ज्यादा टाइट
रखे अगर तार बारीक है तो थोड़ा कम टाइट रखे क्योंकि बारीक तार को अगर ज्यादा टाइट
रखेंगे तो तार का टूटने का खतरा ज्यादा होता है।
4: वाइंडिंग करने से पहले मशीन के मीटर
पे वाइंडिंग की टर्न्स सेट कर ले कि कितनी टर्न्स डालनी है। ये ऑटोमैटिक मशीन है।
आप जो टर्न्स सेट करोगे उतने टर्न होने पे ये मशीन अपने आप रुक जाएगी।
5:इस मशीन में पिच सेट करने का ऑप्शन
भी है ज्यादातर मशीनों में ये ऑप्शन नही दिया
होता पर इस मशीन
में ये ऑप्शन दिया है कि हम तार की साइज के हिसाब से पिच सेट कर सकते है। इससे होता क्या है की जब आप तार
चलते है तो आपकी तार के बीच की जो गैप होता है वो ठीक रेहता है तार के ऊपर तार नहीं
चड्ती वो तार के साइड मैं चलती है जिससे की ट्रान्फ़ोर्मर की फिनिशिंग अछि आती है।
6: मशीन में एक बटन ऑटो और मैन्युल का भी है जो
वाइंडिंग करते टाइम काम आता है । हम
वाइंडिंग करते समय ऑटो पे रखते है जो कि अपने आप मशीन कोर को घुमाती हैं अगर हम
इसको खुद अपनी मर्ज़ी से घूमना चाहते है तो हम को मैन्युल मोड वाले बटन पे रखना
होगा। ताकि हमे जितनी जरूरत है उतना कोर को घुमा सके।
वाइंडिंग
हो जाने क बाद आप ट्रान्स्फ़ोर्मर को मशीन से निकाल ले और उसके बाद की जो फिनिसिंग है
वो आप खुद हाथ से कर सकते है जैसे की ऊपर की पन्नी करना सोल्डिंग करना । इस मशीन की
गुणवाता काफी अछि है क्यूकी हम भी इस मशीन को यूस करते है। हमारे दुवरा
दी गई हुई जानकारी आपको कैसी लगती है ये हमे बताए ताकि आगे भी हम आपके लिए और भी अछि
अछि पोस्ट लाते रहे ।
इस मशीन की विडियो हमने अपने यूट्यूब चनले पे डाली हुई है इसका लिंक नीचे दिया हुआ है आप चनले पे जाके देख सकते है । विडियो देख के आपको मशीन चलने मे काफी जादा मदद मिलेगी ।
https://www.youtube.com/watch?v=bs93qLpEgXw
आप इसको अपने
लिए मंगवा सकते है ।वो भी घर बैठे।
और अगर किसी दोस्त
को टोरोइडल ट्रांसफार्मर की मशीन ख़रीदना है । तो आप हमें massage कर सकते हैं । हमरा whatapp no, 9711251860
और आप हमें कॉल भी
कर सकते है। timeing 11 AM TO 7 PM
और अगर आपको हमारी
पोस्ट अच्छी लगती है तो हमारे यूट्यूब चेंनल पे जाके उसको subscribe करे। ताकि आगे भी
हम आपके लिए नई नई पोस्ट आपके लिए लाते रहे ।।
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